proud to sikhism-तकरीबन 300 तरह की स्टाइलिश पगड़ी बांध लेता हूँ-Rajkamal jit Singh,know more about it.
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तकरीबन 300 तरह की स्टाइलिश पगड़ी बांध लेता हूँ। और उनमें से एक विशेष प्रकार की पगड़ी ऐसी भी है जो मैं ऑखों पर पट्टी बांधकर भी बांध लेता हूँ-RAJ KAMAL JIT SINGH
जमशेदपुर शहर के रहने वाले राजकमल जीत सिंह जो शहर के सिख युवाओं में टर्बनेटर सिंह के नाम से जाने जाते हैं। अमृत धारी सिख होने के साथ साथ वो सिखों के ताज कहे जाने टर्बन (पगड़ी) को लेकर काफी गंभीर रहते हैं। उनका कहना है कि गुरु महाराज द्वारा बख्शीश किया गया केस और पगड़ी हर सिख की प्राथमिकता होनी चाहिए। इसको लेकर वो युवाओं को पगड़ी बांधने की फ्री ट्रेनिंग भी देते हैं। और जमशेदपुर शहर के विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियों के सहयोग से प्रत्येक रविवार को अलग अलग गुरुद्वारे में जाकर सुबह 8 बजे से 9:30 बजे तक फ्री में पगड़ी बांधने की ट्रेनिंग देते हैं। और उनके इस प्रयास का एक अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।
डेली डोज़ न्यूज़ से बात करते हुए उन्होंने अपने बारे में बताया कि सन् 2010 में जब वो पगड़ी नहीं बांधते थे, सिर्फ पटका बांधकर उन्होंने अपनी एक फोटो फेसबुक पर अपलोड किया तो उनको लोगों द्वारा बहुत बुरा भला कहा गया। तब उनकी उम्र तकरीबन 30 वर्ष की रही होगी और पटका बांधकर फोटो डालने पर किसी ने कमेंट किया। “सिख हो तो पगड़ी बांधों ये पोतड़ा (बेबी डॉयपर) अच्छा नहीं लगता” उस टिप्पणी ने हमें अंदर तक झिझोंड़ दिया और वही मेरा टर्निंग प्वाइंट था। और पगड़ी बांधने का जूनून हो सवार हो गया, और आज मैं
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तकरीबन 300 तरह की स्टाइलिश पगड़ी बांध लेता हूँ। और उनमें से एक विशेष प्रकार की पगड़ी ऐसी भी है जो मैं ऑखों पर पट्टी बांधकर भी बांध लेता हूँ।
राजकमल जीत सिंह ने आगे बताया कि सबसे पहले उन्होंने 2016 में डबल कलर की पगड़ी बांधी जिसे लोगों ने काफी पसंद किया। और उसके बाद 2017 में मानगो निवासी गोल्डी रंधावा द्वारा आयोजित मिस्टर सिंह में पार्टिसिपेट करने का मौका मिला।
राजकमल जीत सिंह ने अपने बारे मे बताया कि उनका जन्म जमशेदपुर में सन् 1979 में हुआ और बचपन से ही सिख धर्म से प्रेरित रहे। और जहाँ तक पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने एमबीए तक पढ़ाई की हुई है। और जमशेदपुर के एक प्राइवेट फर्म में जॉब करते हैं।
वो कहते हैं कि बहुत बार लोग विवाह शादियों में पगड़ी बांधने की सेवा के लिए बुलाते हैं और पैसा देने की पेशकश करते हैं। परंतु मैं पैसा नहीं लेता हूँ। लेकिन यदि कोई बहुत जिद करता है तो मैं शगुन के तौर पर मात्र ₹1/- लेता हूँ। इस सेवा से हमें पैसा नहीं सिर्फ एक ही सपना है हर सिख के सिर पर पगड़ी हो।
आने वाले 27 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव के संबंध में निकलने वाले नगर किर्तन में हमारे और हमारे सहयोगी संदीप सिंह द्वारा एक झांकी निकाली जाएगी जिसमें सिख युवाओं को पगड़ी बांधना सिखाई जाएगी। इसमें पगड़ी बांधना सिखने वालों में सिख युवतियां भी शामिल रहेंगी। सभी के ड्रेस कोड भी तय किया गया है जो सफेद कलर की पैंट शर्ट या कुर्ता पजामा एवं बीबीयों के लिए सफेद सुट निर्धारित किया गया है।
नोट: खान साहब के मूल मंत्र के पाठ करने के साथ पगड़ी बांधने की जुगलबंदी डेली डोज़ न्यूज़ 24×7 के यूट्यूब चैनल पर देख सकते हैं।