jamshedpur-टाटा स्टील कर्मचारी मणिभूषण तिवारी ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर दिया स्पष्टीकरण।know more about it.

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टाटा स्टील कर्मचारी मणिभूषण तिवारी ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर दिया स्पष्टीकरण।

Daily Dose News
डेली डोज़ न्यूज़ 24×7 वेब पोर्टल पर छपी खबर पढ़ने के उपरांत खबर से संबंधित टाटा स्टील कर्मी जमशेदपुर स्थित कदमा निवासी मणिभूषण तिवारी ने अपने ऊपर लगे आरोप का दिया स्पष्टीकरण।
इस संबंध में मणिभूषण तिवारी ने संवाददाता को बताया कि उनकी पत्नी सुप्रिया तिवारी द्वारा उनपर लगाए गए आरोप निराधार हैं। उन्होंने अपने बारे में बताया कि वो शुरू से मेधावी छात्र रहे है। स्कूल से लेकर कॉलेज टॉपर बन कर वर्तमान में टाटा स्टील में कार्यरत हैं। जहाँ पिछले महीने इन्हें Safety Exampler अवार्ड से सम्मानित किया गया।
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वे Serve humanity foundation से भी जुड़े हैं जो गरीबों की मदद करता है। ऐसे में अपने परिवार को प्रताड़ित करने की कल्पना भी नहीं किया जा सकता। उनकी विडंबना अजीब है कि उन्हें उनकी पत्नी द्वारा Tata Steel alloted house holder होकर भी घुसने नहीं दिया जा रहा है। मजबूरन वे पुलिस के चक्कर काटने पर विवश हैं! क्योंकि सभी जानते हैं महिला से हाथापाई करना उचित नहीं। उल्टा उनकी पत्नी उन्हें 2 बार धक्के देने का काम किया। और उनकी चीज़ों को बाहर फेंक दिया।

मणिभूषण तिवारी ने बताया कि बेटी अब 19 साल की है। और अभी कलकत्ता स्थित Sister Nivedita University….. से पढ़ाई कर रही है ।मणिभूषण तिवारी ने आगे बताया कि 1 साल से मजबूरन बूढ़ी माँ के साथ अपने alloted flat के जगह 75 साल पूराने घर में रहना पड़ रहा है। जहां तक बेटी और बेटे में फर्क समझने का आरोप पत्नी द्वारा लगाया गया।उन्होंने इस बात को भी नकारते हुए कहा कि उन्होंने कभी बेटा और बेटी में फर्क नहीं समझा। दोनो को ही शहर के प्रतिष्ठित DAV Bistupur से पढ़ाई करवाया ।
यहां तक कि पत्नी को भी B. Ed. करवाया और हमेशा प्रोत्साहन दिया।मणिभूषण तिवारी ने बताया कि बेटी अब 19 साल की है। और अभी कलकत्ता स्थित Sister Nivedita University….. से पढ़ाई कर रही है ।
अनगिनत और भी छोटी बड़ी ज़रूरत को हमेशा पूरा किया ।
अपनी पत्नी सुप्रिया तिवारी के लिए उन्होंने कहा कि जहाँ तक बात है आपसी आचार व्यवहार की तो घर गृहस्थी में छोटी मोटी नोकझोंक पति पत्नी में होना आम बात है।इस बात को इश्यू बनाना कहीं से भी उचित नहीं है। मणिभूषण तिवारी ने कहा कि मैं शुरू से ही अपने बच्चों और पत्नी के लिए समर्पित रहा हूँ।बच्चों और पत्नी की हर छोटी बड़ी जरुरतों को पूरी जिम्मेदारी से निभाता हूँ।
इस बीच वर्तमान स्थिति में अतुल सुभाष के केस से तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि महिला द्वारा आरोप लगाना बहुत आसान काम है।पर पुरुष पर क्या बीतती है ये वही जानता है। अतुल सुभाष ने तो आत्महत्या का रास्ता अपना लिया था। उन्होंने 4 दिन पुराने मुस्कान-साहिल केस का जिक्र भी किया। और कहा कि खबरों में देखकर एक डर भी है कि ऐसा मेरे साथ न हो । इसके लिए मैं कानून व्यवस्था पर बहुत उम्मीदें लगाए हुए हूँ।
उनका कहना है कि मानसिक रूप से वे बहुत परेशान हैं।और आशा करते है कि समाज और न्याय व्यवस्था सिर्फ महिला देखकर और झूठे आँसू एवं झूठे आरोप पर न जाते हुए मामले को गहराई और निष्पक्ष रूप से देखें।

मणि तिवारी ने डेली डोज़ न्यूज़ चैनल को दूरभाष पर जानकारी देते हुए कहा कि मेरे प्रति अपने बच्चों एवं परिवार के लिए समर्पण भाव पर यदि किसी को शक है तो उनके पास सारे दस्तावेज़, सबूत, बिल्स, reciept, recordings मौजूद हैं।जो उन्होंने पुलिस एवं कोर्ट में पेश कर चुके है। उन्होंने एक महत्वपूर्ण बात करते हुए कहा कि आज भी मैं अपने परिवार और बच्चों को उतना ही प्यार करता हूँ। जैसे पहले करता था।
लेकिन दुःख तब होता है जब परिवार द्वारा झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाकर बदनाम किया जाता है।मणिभूषण तिवारी ने कहा कि बेटी वंशिका के नाम पर सुकन्या समृद्धि एकाउंट में 8,50000 deposited है। जो उनके एकाउंट से डिडक्ट हुआ है। जिसकी मालिक अब मेरी बेटी ही है।
मणिभूषण तिवारी ने बताया कि अपने बेटे मयंक के लिए उन्होंने एलआईसी पॉलिसी ली है जहाँ प्रति वर्ष 31,000 रुपये की premium उनके द्वारा जमा कराई जाती है।इसके अलावा पुरे परिवार का 5,00000 का मेडिक्लेम है।जिसका सालाना प्रिमीयम 26000/- रुपये लगता है। जिसका भुगतान वही करते हैं।
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