jamshedpur-अमृतवेला आसा दी वार किर्तन करने वाले भाईयों की गलतफहमी की दूर।know more about it.
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गुरदीप सिंह सलुजा द्वारा अमृतवेला आसा दी वार किर्तन करने वाले भाईयों की गलतफहमी की गयी दूर।
जमशेदपुर: शहर के गुरुद्वारों में अमृतवेला आसा दी वार किर्तन गायन करने वाले भाईयों और उनके साथियों द्वारा बार- बार गुरदीप सिंह सलुजा को यह कहना कि आप हम लोगों से नाराज है क्या।आप प्रोग्राम में क्यों नहीं आते हैं। इसके जवाब में गुरदीप सिंह उन्हें हर बार कहते हैं कि वह अपने पारिवारिक वजह से प्रोग्राम में शामिल नहीं हो पाते हैं। कोई नाराजगी नहीं है।
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ऐसा क्यों बोलते हैं अमृत वेला आसा दी वार किर्तन करने वाले भाई, कारण समझिये।
दरअसल, अमृतवेला आसा दी वार किर्तन की शुरुआत जमशेदपुर शहर में सरदार गुरदीप सिंह सलुजा ने आज से लगभग दो साल पहले शुरू की थी। उस समय श्रद्धालुओं के घरों में जाकर गुरबाणी शबद किर्तन करते थे। जो शहर में” घर-घर गुरबाणी लहर मिशन ” के नाम पर पहली बार प्रचलित हुआ।
अब वही प्रोग्राम शहर के गुरुद्वारों में अमृतवेला आसा दी वार किर्तन के नाम पर हो रहा है। जिसकी गुरदीप सिंह हमेशा तारीफ करते हैं। गुरदीप सिंह सलुजा का कहना है कि उनके द्वारा शुरू किया गया अमृतवेला आसा दी वार किर्तन प्रोग्राम को निरंतर शहर के गुरुद्वारों में किया जा रहा है इस बात की गुरदीप सिंह सलुजा को खुशी है। कोई नाराजगी नहीं है। गुरदीप सिंह सलुजा का मकसद संगत को अमृतवेला से जोड़ने का था। वो प्रोग्राम निरतंर चल रहा है। वह इस बात से संतुष्ट हैं कि उनके द्वारा चलाया गया मिशन जुगसलाई के महाराजा रणजीत सिंह सेवक जत्था द्वारा बखूबी चलाया जा रहा है।
किसने क्या कहा।
स. हरदीप सिंह छनिया, महासचिव गौरीशंकर रोड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने गुरदीप सिंह सलुजा को कहा कि इस कार्यक्रम के जन्मदाता आप ही हैं। आप ने ही अमृतवेला आसा दी वार किर्तन प्रोग्राम की शुरुआत की थी। हम आपके आभारी हैं। लेकिन आप प्रोग्राम में नहीं आते हैं आपकी कमी हम सबको खलती है।
स.जगजीत सिंह (सदस्य महाराजा रणजीत सिंह सेवक जत्था)ने गुरदीप सिंह सलुजा को कहा आपने जब प्रोग्राम शुरू किया था तो आप हम सबसे पहले प्रोग्राम स्थल पर पहुँच जाते थे। लेकिन अब आप प्रोग्राम में नहीं आते हैं। क्या कोई नाराजगी है। इसके जवाब में गुरदीप सिंह सलुजा ने सरदार जगजीत सिंह जी को कहा कि हम सब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्र हैं। इस लिहाज से हम सब भाई हैं और हम सबका पिता एक ही है। हमें कोई नाराजगी नहीं है। कुछ पारिवारिक कारणों से हम कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाते हैं। लेकिन आप लोग हमारे द्वारा शुरू किया गया मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं। उसकी हमें खुशी है।

इसी प्रकार से महाराजा रणजीत सिंह सेवक जत्था के एक अन्य सदस्य सरदार इंदरपाल सिंह को भी लगता है कि गुरदीप सिंह सलुजा का अमृतवेला आसा दी वार किर्तन प्रोग्राम में नहीं आने की वजह कोई नाराजगी है। गुरदीप सिंह सलुजा ने उन्हें भी स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें किसी प्रकार की कोई नाराजगी नहीं है। बल्कि वो तो खुश हैं कि उनके द्वारा चलाया गया अमृतवेला मिशन निरंतर चल रहा है।


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