spirituality-गुरबाणी का पाठ करते वक्त हमारी आंखों से आंसू आने लगते है।यह एक बहुत बड़ा रहस्य है।know more about it.
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DAILY DOSE NEWS
संगत जी कई बार आपने ये महसूस किया होगा की गुरबाणी का पाठ करते वक्त हमारी आंखों से आंसू आने लगते है। पाठ करते वक्त हमारी आंखों में नम होना, आंसू आना, नींद और उबासी या फिर छींक आना यह एक बहुत बड़ा रहस्य है।
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आंखों में आंसू दो ही वक्त टपकते हैं एक गम और एक खुशी में हैं। वैसें तो आंखों में एलर्जी और जुखाम बैगरह से भी आंखों से आंसू आने लगते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं पाठ करते वक्त आंखों से आंसू निकलने के पीछे कई रहस्य छिपे हैं।
जमशेदपुर के एक समाजसेवी सरदार गुरदीप सिंह के अनुसार सच्चे मन से किया गया गुरबाणी का कोई भी पाठ सदैव भगवान स्वीकार करते हैं। यदि किसी व्यक्ति को पाठ करते वक्त उबासी या नींद आती हैं तो इसका अर्थ है कि उस व्यक्ति के मन में दोहरी विचारधारा सक्रिय है। उनके मन में कई विचार आ रहे हैं। यदि आप परेशान होकर भगवान की भक्ति करते है तो आपको उबासी और नींद आने लगती है।
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सरदार गुरदीप सिंह के मुताबिक, अगर गुरबाणी का पाठ करते समय आपकी आंखों से आंसू निकलते हैं तो आपको समझ जाना चाहिए कि भगवान आपको कुछ संकेत दे रहा है। क्योंकि जब आप अन्तर मन से भगवान का ध्यान लगाते हो, उससे आपका सीधा संपर्क भगवान से होता है।
अगर पूजा पाठ करते समय आपकी आँखों से आंसू निकल आते है तो आपको समझना चाहिए की कोई ईश्वरीय शक्ति आपको कुछ संकेत दे रही है। जब आप भगवान के किसी भी रूप का ध्यान और उनकी पूजा में लीन हो जाते है तो इसका अर्थ है की भगवान के उस रूप के साथ आपका कनेक्शन हो गया है या कह सकते है की आपके द्वारा की गयी पूजा सफल हो गयी है जो आपकी खुशी को आंसू के रूप में छलकाती है।
नकारात्मकता का होना
कई बार ऐसा कहा जाता है की पूजा के समय आँखों से आने वाले आंसू या उबासी का एक कारण नकारात्मकता भी हो सकती है जब कभी हमारा मन पूजा पाठ, धार्मिक ग्रंथों और आरती में न लगे साथ ही शरीर भारी होने लगे तो ऐसे में आपको समझना चाहिए की कोई न कोई नेगेटिव एनर्जी आपके आस पास मौजूद है।
content source by: Gurdeep Singh Saluja
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