jamshedpur-BJP में मची भगदड़,बागी बिगाड़ेंगे खेल,know more about it.
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बीजेपी नेता चंपाई सोरेन को सरायकेला सीट से टिकट दिए जाने के बाद बास्को बेरा, लक्ष्मण टुडु और गणेश महली ने इस्तीफा देकर हेमंत सोरेन की जेएमएम का दामन थाम लिया है.झारखंड विधानसभा चुनाव में एक महीने से भी कम का समय बचा हुआ है. वहीं, बीजेपी के सामने एक नई समस्या खड़ी होती नजर आ रही है. झारखंड चुनाव के लिए बीजेपी की ओर से 66 उम्मीदवारों का ऐलान करने के साथ ही पार्टी में बागियों की तादात बढ़ने लगी है. कहा जा सकता है कि बीजेपी को अब इंडिया गठबंधन के साथ ही पार्टी के बागियों से भी जंग लड़नी पड़ेगी.
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में क्या है बगावत की वजह?
झारखंड के जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में पुराने कार्यकर्ताओं को जो 25-30 सालों से पार्टी में रहकर सेवा कर रहे हैं। उन्हें नजर अंदाज कर परिवार वाद को बढ़ावा देना मुख्य कारण हैं। इससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है।
इधर भाजपा ने चुनाव से ठीक पहले पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के सिख वोट बैंक पर नजर रखते हुए आनन-फानन में अपने स्वार्थ को साधते हुए सिखों को खुश करने के उद्देश्य से भाजपा के एक सिख नेता को प्रदेश प्रवक्ता का पदभार दिया। लेकिन सिख समाज का कहना है कि वह भाजपा के इस चाल और चरित्र से अच्छी तरह वाकिफ़ है। इससे सिख वोटरों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भारतीय जनता पार्टी से जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र के सिखों को अपना सिख प्रत्याशी चाहिए था। जिसके लिए सिख बहुत पहले से ही प्रयत्नशील थे। लेकिन भाजपा ने परिवार वाद को आगे बढ़ाते हुए अपने ही परिवार में टिकट दिया। इससे जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र का सिख समाज अपने को ठगा महसूस कर रहा है। इन्हीं तमाम कारणों से बीजेपी को बागियों का सामना करना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण पार्टी परिवार वाद के चक्कर में फंस गयी है।
बागी नेता शिवशंकर सिंह ने क्या कहा?
बीजेपी के टिकट बटवारे से नाराज जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी नेता और समाजसेवी शिवशंकर सिंह ने कहा कि पार्टी ने एक ऐसे उम्मीदवार को टिकट दिया है जो कभी जनता के बीच नहीं गयी हैं। न कभी कार्यकर्ताओं के बीच रहकर पार्टी की सेवा की हैं। उनको अपने ही क्षेत्र के बारे में पता नहीं है। तो वह क्षेत्र की जनता का कैसे विकास करेंगी।
