jamshedpur-अपराध को सिख धर्म का नाम देने पर जमशेदपुर के सिखों में रोष।know more about it.

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DAILY DOSE NEWS

इस मामले मे सभी धर्मों के लोगों को संज्ञान लेने की जरूरत है।

JAMSHEDPUR/05/04/2024/FRI

पिछले दिनों जमशेदपुर में एक भाजपा नेता की फोटो बहुत तेजी से वायरल हुई। जिसमें भाजपा नेता किसी महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाई दिया। इसपर जमशेदपुर के सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया। और आनन फानन में भाजपा ने नैतिकता के आधार पर उक्त नेता को पार्टी से निलंबित कर दिया।

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संयोग से उक्त नेता सिख धर्म से ताल्लुक रखता था। अब बात जब मीडिया में आयी तो कुछ मीडिया वालों ने इस खबर की हेडलाइन्स में भाजपा नेता की जगह भाजपा सिख नेता का वर्णन करते हुए सुर्खियां बटोरने और व्यूज़ पाने के लिए इस अपराध में सिख धर्म का इस्तेमाल किया। जिससे जमशेदपुर के बुद्धिजीवी सिख भड़क गए हैं। उनका कहना है कि अपराध का कोई धर्म नहीं होता है तो इस मामले मे अपराधी को जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए क्यों लिखा गया।
मीडिया को चाहिए कि अपराधी को उसके नाम से सम्बोधित करें न की उसके नाम के आगे सिख मुसलमान या हिन्दू,ईसाई आदि धर्म का इस्तेमाल करके धार्मिक भावनाओं को भड़काएँ।

इस मामले में कई धार्मिक संगठनों के साथ जुड़े हुए और सिख भावनाओं का दर्द रखने वाले समाजसेवी सरदार गुरदीप सिंह सलुजा ने ऐसे मीडिया चैनल को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें अपने पोस्ट में सिख शब्द को हटाने के साथ साथ सिख समुदाय से माफी मांगनी चाहिए। नहीं तो उनके उपर सिखों की भावनाओं को भड़काने के लिए कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।मीडिया में अपराधी के साथ सिख धर्म के नाम को जोड़ने से सिख समुदाय आहत है और अपमानित महसूस कर रहा है।

और उन्होंने सिख संगठनों से अनुरोध करते हुए कहा कि इस मामले मे आगे आएं और सिख धर्म का जो रुतबा देश और विदेश में है उसे धूमिल होने से बचाएं। अपराध करने वाला सिर्फ अपराधी होता है। वह सिख, मुस्लिम, हिन्दू, ईसाई धर्म के आधार पर दोषी नहीं होता है। तो मीडिया ने किस अधिकार से अपराधी के नाम के साथ सिख शब्द का प्रयोग किया।
श्री सलुजा ने आगे कहा कि इस मामले मे सभी धर्मों के लोगों को संज्ञान लेने की जरूरत है। ताकि मीडिया अपने दायरे में रहते हुए किसी धर्म विशेष को टारगेट न करे। और अपराधी को धर्म से नहीं उसके नाम से संबोधित करे।

सरदार गुरदीप सिंह सलूजा ने इस मामले मे सिख धर्मावलंबियों को भी आगे आने का आग्रह किया है।
क्योंकि ये एक गंभीर मसला है।

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Sd.Gurdeep Singh Social Activist

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