jamshedpur-घिनौनी हरकत को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।ट्रस्टियों एवं चुनाव संयोजक पर मंटू ने बोला हमला।

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बगैर चुनावी प्रक्रिया के निशान सिंह को प्रधान घोषित करना उचित नहीं है।
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सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जमशेदपुर,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी साक्ची,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सोनारी,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नामदा बस्ती,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सरजामदा,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी मानगो,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सीतारामडेरा,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी टिनप्लेट,दुपट्टा सागर बिस्टुपुर,मोशन ऐजुकेशन ऐकडमी,सिख विजडम
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जमशेदपुर: साक्ची गुरुद्वारा कमेटी चुनाव दिन प्रतिदिन उलझता जा रहा है। इस बीच पिछले दो दिनों में तेजी से बदलते हुए घटनाक्रम से सिख समाज में आपसी टकराव की स्थिति देखने को मिली।
जहां एक ओर गुरुद्वारा कमेटी के ट्रस्टियों द्वारा निशान सिंह को प्रधान घोषित कर दिया गया। वहीं विपक्ष के उम्मीदवार खासकर हरविंदर सिंह मंटू ने इसे असंवैधानिक बताते हुए गुरुद्वारा साहिब के ट्रस्टियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

हरविंदर सिंह मंटू का कहना है कि ट्रस्टी अपने किसी निजी स्वार्थ के तहत निशान सिंह को गोद में बैठाकर रखना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रस्टी ऐसा काम करके अपने अधिकार क्षेत्र का गलत उपयोग कर रहे हैं। हम और हमारे समर्थक इसका पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे। हरविंदर सिंह मंटू ने कहा कि प्रधान संगत चुनती हैं। न कि मात्र 5 लोग प्रधान चुनते हैं। उन्होंने सरदार निशान सिंह को निशाने पर लेते हुए कहा कि यदि उन्हें प्रधान बनने का शौक है तो संगत के बीच जाएं और संवैधानिक रूप से चुनाव मैदान में उतरें।

उन्होंने कहा कि उन्हें गुरुद्वारा साहिब के ट्रस्टियों और चुनाव संयोजक सतिंदर सिंह रोमी पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि ट्रस्टी एवं संयोजक निशान सिंह के लिए वोट मांगते हुए देखे गए हैं। जिसका सबूत उनके पास मौजूद है।जबकि ट्रस्टी एवं चुनाव संयोजक को किसी प्रत्याशी के लिए वोट मांगने एवं उनके पक्ष में प्रचार करने का कोई अधिकार नहीं है। इससे जाहिर होता है कि ट्रस्टियों की मंशा पहले से ही सरदार निशान सिंह को प्रधान बनाने का था। जोकि उन्होंने कर दिखाया। लेकिन उनके इस प्रकार की घिनौनी हरकत को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
मंटू ने कहा कि जब 20-4-2024 को संतिदर सिंह रोमी को चुनाव कन्विनर बनाया गया था।वह इसका विरोध 21-04-2025 को ही किये थे। और 22-04-2025 को सीजीपीसी प्रधान को इसकी सुचना दे दिए थे। और अपने पक्ष के भी कन्विनर रखने की बात किये थे। लेकिन निशान सिंह द्वारा नामंजूर कर दिया। मंटू ने कहा कि ट्रस्टी की अपनी एक गरिमा होती है। लेकिन उनके द्वारा किया गया ये घिनौना षड्यंत्र जमशेदपुर की संगत के गले नहीं उतर रही है। उनके इस कारनामे की वजह से उनका घिनौना चेहरा उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि बगैर चुनावी प्रक्रिया के निशान सिंह को प्रधान घोषित करना उचित नहीं है।
गुरुद्वारा प्रधान का चुनाव संगत करती है। और हम यह चाहते हैं कि गुरुद्वारा साहिब का प्रधान संगत ही चुनें।
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जमशेदपुर: शहर में साक्ची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान पद पर जैसे ही सरदार निशान सिंह के नाम की घोषणा हुई। जमशेदपुर के सिख समाज में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया।
जहाँ निशान सिंह के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गयी। वहीं निशान सिंह के विरोधी गुट में चुनाव समिति के इस फैसले का विरोध होने लगा।
वहीं साक्ची गुरुद्वारा कमेटी चुनाव के प्रबल दावेदार एवं मुख्य प्रत्याशियों में से एक सरदार सुखविंदर सिंह राजू ने चुनाव समिति की इस प्रक्रिया को असंवैधानिक बताया।
इस संबंध में सुखविंदर सिंह राजू ने सिख मीडिया को दूरभाष के माध्यम से बताया कि निशान सिंह को चुनाव समिति द्वारा साक्ची गुरुद्वारा साहिब का प्रधान घोषित करना निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि आज सुबह चुनाव संयोजक सतिंदर सिंह रोमी का 8 बजे फोन आया था। कि आज 10 बजे अकाली दल के ऑफिस में उम्मीदवारों की धार्मिक स्कूटनी होना है। आप आ जाईयेगा। सुखविंदर सिंह राजू ने बताया कि जब वह वहाँ पहुंचे तो अकाली दल के आफिस में काफी लोगों की भीड़ थी। अतः उन्होंने अपनी गाड़ी वहीं पार्क के पास खड़ी कर दी। और अकाली दल के सरदार सुखदेव सिंह खालसा जी से फोन पर संपर्क कर स्कूटनी के संबंध में जानकारी ली। तो अकाली दल के सरदार सुखदेव सिंह ने बताया कि स्कूटनी का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। इसके पीछे के कारण के बारे में उन्होंने कहा कि उम्मीदवार निशान सिंह आये हैं। लेकिन हरविंदर सिंह मंटू ने स्कूटनी का विरोध कर दिया है। इसलिए आज स्कूटनी का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। आज आप घर चले जाएं। अगले कार्यक्रम के बारे में आपको सुचित कर दिया जाएगा।