jamshedpur-कोलकाता के डनलप गुरुद्वारा कमेटी ने रचा इतिहास।know more about it.
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कोलकाता के डनलप गुरुद्वारा कमेटी ने रचा इतिहास,
जमीन पर तप्पड़ बिछाकर लंगर छकने की शुरुआत की.
स्वर्गीय स्वर्ण सिंह का अंतिम अरदास का कार्यक्रम कोलकाता डनलप गुरुद्वारा में संपन्न हुआ
जमशेदपुर I टाटा मोटर्स मे मैनेजर रैंक से रिटायर्ड जमशेदपुर के रहने वाले वर्तमान में कोलकाता में रहने वाले गुरु गोविंद सिंह स्कूल टेल्को गुरुद्वारा के पूर्व पदाधिकारी स्वर्गीय स्वर्ण सिंह की मृत्यु के बाद उनकी स्मृति में गुरुद्वारा साहब डनलप कोलकाता में अंतिम अरदास का कार्यक्रम संपन्न हुआ. जिसमें डनलप गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इतिहास रचते हुए। संगत को जमीन पर तप्पड़ बिछाकर लंगर छकाने के परंपरा की शुरुआत की।

बताते चलें कि पिछले दिनों जमशेदपुर में सीजीपीसी द्वारा निर्णय लिया गया था कि बुजुर्ग के निधन पर बुफे सिस्टम का बहिष्कार करते हुए संगत को जमीन पर बैठाकर लंगर छकाया जाए। जिसे संगत द्वारा परवानगी दी गई थी।
आज उसी तर्ज पर कोलकाता के डनलप गुरुद्वारा साहिब में स्वर्गीय स्वर्ण सिंह के अंतिम अरदास कार्यक्रम के उपरांत जमीन पर तप्पड़ बिछाकर संगत को लंगर छकाया गया।

इस मौके पर जमशेदपुर से झारखंड गुरुद्वारा एवं सीजीपीसी के चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह ज्ञानी जगमोहन सिंह (कोलकाता )सतविंदर सिंह मनजीत सिंह सरबजीत सिंह प्रितपाल सिंह दर्शन सिंह अमरीक सिंह अवतार सिंह आदि कई लोग अंतिम अरदास के कार्यक्रम में शामिल हुए.

इस मौके पर स्वर्गीय स्वर्ण सिंह की धर्मपत्नी सुरेंद्र कौर पुत्र अजीत पाल सिंह पुत्रवधू गुरमीत कौर पुत्री हरप्रीत कौर जसमीत कौर आदि परिवार के लोग शामिल थे स्वर्गीय स्वर्ण सिंह के पुत्र अजीत पाल सिंह ने अपने पिता के भोग पर जमीन पर तप्पड़ बीछा कर लंगर छकने की शुरुआत की जिसका कोलकाता की साध संगत ने जोरदार स्वागत किया और सीजीपीसी टाटानगर द्वारा समाज सुधार की दिशा में बनाए गए इस नियम की प्रशंसा की और तप्पड़ पर बैठकर सैकड़ो लोगों ने लंगर छखा इस मौके पर भारी संख्या में कोलकाता एवं टाटा की संगत भी उपस्थिति थी.
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