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नाराज कार्यकर्ताओं से पार्टी को हो सकता है नुकसान- काले
जमशेदपुर: पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में उड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास की बहू पुर्णिमा दास को टिकट दिए जाने से पुराने कार्यकर्ताओं जो पिछले 25 – 30 सालों से पार्टी की सेवा करते आ रहे हैं। उनमें काफी नाराजगी देखी जा रही है। वे पार्टी पर परिवार वाद का आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि पुर्णीमा दास कभी भी जनता के बीच आकर पार्टी की सेवा नहीं की है। और न ही उनको अपने क्षेत्र के बारे में कोई जानकारी है।
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इस बारे में भाजपा नेता अमरप्रीत सिंह काले ने एक सोशलमीडिया के साक्षात्कार में स्पष्ट रूप से कहा कि इसबार कुछ लोग चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन पार्टी ने उन्हें नजर अंदाज कर दिया। जिसका नुकसान पार्टी को हो सकता है। पत्रकार के पूछने पर काले ने कहा कि पार्टी ने दूबारा प्रदेश प्रवक्ता का पद दिया इसके लिए पार्टी का धन्यवाद देता हूँ। लेकिन यदि पार्टी टिकट देती तो तो नयी उर्जा के साथ पार्टी की और ज्यादा सेवा करता। साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कहा कि टिकट नहीं मिलने से हमारे शुभचिन्तको को बहुत तकलीफ हुई। उन्होंने भारी मन से कहा हमारे शुभचिंतक हमको उम्मीदवार के रूप में देखना चाहते थे। क्योंकि मैं पिछले 25 सालों से उनके बीच रहकर पार्टी की सेवा की है। टिकट नहीं मिलने पर हमको प्यार करने वाले लोगों को कष्ट हुआ है। यहाँ तक कि लोग रोये हैं। हजारों की संख्या में माताओं और बहनों के फोन आये हैं। और कहीं न कहीं ये बात सच है जो कार्यकर्ता और आम जनमानस हमसे जुड़ा हुआ है। और जो हमसे प्यार करते हैं,उन्हें दुख हुआ है।

जब पत्रकार ने रघुवर दास से रिश्ते के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि जब मुझे पार्टी से निष्कासित किया गया उस समय हमें किसी प्रकार का नोटिफिकेशन नहीं मिला था। इसको लेकर थोड़ी बहुत खटास मन में थीं। और दूरियां भी बन गयी थीं। क्योंकि मेरी तरफ से कोई विवाद नहीं था।जब पत्रकार ने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी का सिख रघुवर दास से खफ़ा है। वो शायद भाजपा को वोट नहीं देना चाहेंगे। इसके जवाब में काले ने कहा सिख समुदाय पढ़ालिखा है। इस मामले में सिख अपना निर्णय खुद लेता है।किस पार्टी को वोट देना हैं किसको नहीं देना है, इसका निर्णय सिख समाज खुद करेंगे।

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