dharm-गुरुद्वारों की छत पर गुरुद्वारा कमेटियां लगाएं परिंदों के लिए लंगर।know more about it.
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19/02/2024/Mon
ਇਹ ਖਬਰ ਤੁਸੀਂ ਗੁਰੂਦਵਾਰਾ ਪ੍ਬੰਧਕ ਕਮੇਟੀ ਸਾਕਚੀ, ਗੁਰੂਦਵਾਰਾ ਪ੍ਬੰਧਕ ਕਮੇਟੀ ਸੋਨਾਰੀ, ਦੁਪਟਾ ਸਾਗਰ ਬਿਸਟੁਪੁਰ ਨਾਗੀ ਮੋਬਾਈਲ ਕਮਯੁਨੀਕੇਸੰਸ ਦੇ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਪਾ੍ਪਤ ਕਰ ਰਹੇ ਹੋ ਜੀ।
सिख समुदाय को उनके गुरुओं द्वारा जहां मानवता के लिए सेवा भाव का उपदेश दिया गया है। वहीं देशभक्ति का पाठ भी बखूबी पढ़ाया गया है।इसके अलावा सिख समुदाय को गरीब और भूखे लोगों के लिए खाने के लिए लंगर की व्यवस्था करने के लिए भी उनके गुरुओं द्वारा समझाया गया है। ताकि कोई मजबूर और गरीब भूखा ना रहे।

आज से तकरीबन साढ़े पांच सौ साल पहले श्री गुरु नानक देव जी को उनके पिता ने 20 रुपये व्यापार करने के उद्देश्य से दिए। और कहा कि इस पैसे का उपयोग ऐसे लाभ वाले सौदे के लिए करना जहाँ से अच्छा लाभ मिले और व्यापार और फले फुले।
श्री गुरु नानक देव जी अपने पिता द्वारा दिए गए उस 20 रुपये को लेकर निकले और रास्ते में उन 20 रुपयों का भूखे साधुओं को खाना खिला दिया। और वहीं से उन्होंने सिखों को संदेश दिया कि यदि आपको परमात्मा से प्यार है तो आप परमेश्वर द्वारा भेजे गए इस मृत्युलोक में रह रहे मजबूर और गरीब लोगों के लिए जिनकी कमाई नहीं है या जो कमा नहीं सकते अपाहिज हैं।या फिर घर में गरीबी इतनी है कि भोजन की व्यवस्था तक नहीं कर पाते।उनकी मदद करें
बस इस कार्य से ही आप परमात्मा को खुश कर लेगें।
ये Article आप गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी साक्ची, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सोनारी, दुपट्टा सागर बिस्टुपुर, नागी मोबाइल कम्यूनिकेशन्स के सहायता से प्राप्त कर रहे हैं।
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अब ये उपदेश सिर्फ इंसानों पर ही लागू नहीं है। ये कार्य सिख समुदाय पशु पक्षियों पर भी करें। क्योंकि ये बेजुबान होते हैं। लेकिन भूख तो इन्हें भी लगती है।
इन बेजुबान पक्षियों को भी उसी अकालपुरख परमात्मा ने पैदा किए हैं। जिसने हमें और आपको पैदा किया है।
सो, जहाँ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियां इंसानों का पेट भरने के लिए लंगर लगाते हैं। वहीं बेजुबान पक्षियों के लिए हर गुरुद्वारों की छतों पर बेजुबान परिंदों के लिए भी लंगर लगाएं। ताकि परम पिता परमेश्वर की खुशियाँ प्राप्त हो सके। और सिख कौम की और तरक्की हो सके।
हाँ एक बात का ध्यान रखें कि पक्षियों को दाना डालने से पहले छत को अच्छी तरह से साफ कर लें। और जब पक्षी दाना चुगकर चलें जाएं तो वहाँ की सफाई कर दें।