punjab-बाबा नानक के विवाह पर्व पर उमड़ी संगत,know more about the wedding of baba nanak.
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नगर कीर्तन को 10 km की दूरी करने में लगे 15 घंटे

पंजाब के बटाला में बाबा नानक के विवाह पर्व पर संगत उमड़ी। नगर कीर्तन को करीब 10 किलोमीटर तक का सफर करने में 15 घंटे का समय लग गया। इसमें लगभग 40 हजार संगत शामिल थी। रात करीब 12 बजे के बाद नगर कीर्तन गुरुद्वारा श्री कंध साहिब होते हुए श्री गुरु नानक देव जी के ससुराल घर गुरुद्वारा श्री डेरा साहिब जाकर समाप्त हुआ।
श्री गुरु नानक देव जी और माता सुलखनी जी का 536वां विवाह पर्व श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस दौरान गुरु नानक देव जी के ससुराल घर गुरुद्वारा डेरा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डालने के बाद भव्य नगर कीर्तन की शुरुआत की गई। देर रात नगर कीर्तन गुरुद्वारा श्री डेरा साहिब पहुंच कर समाप्त होगा।
धामी ने की कीर्तन की शुरुआत
पालकी साहिब पर रास्ते में फूलों से वर्षा की गई। नगर कीर्तन में एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने सभी को गुरु नानक देव जी के दिए संदेश पर चलने की अपील की। इससे पहले गुरुद्वारा श्री डेरा साहिब से श्री अखंड पाठ साहिब को भोग डाल कर अरदास कर श्री गुरु ग्रंथ साहिब को एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने सिर पर उठा कर अदब के साथ नगर कीर्तन की शुरुआत की।
10 किलोमीटर तक का सफर करने में 15 घंटे का समय लगा
इसके बाद श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को करीब पौना किलो मीटर तक पैदल खजूरी गेट ले जाया गया। इसके बाद खजूरी गेट से फूलों से सजी पालकी साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब को सुशोभित किया गया। नगर कीर्तन को शहर भर में करीब 10 किलोमीटर तक का सफर करने में 15 घंटे का समय लग गया। इसमें लगभग 40 हजार संगत शामिल थी।
पालकी साहिब को आगे बढ़ाना काफी मुश्किल दिखा
रात करीब 12 बजे के बाद नगर कीर्तन गुरुद्वारा श्री कंध साहिब होते हुए श्री गुरु नानक देव जी के ससुराल घर गुरुद्वारा श्री डेरा साहिब जाकर समाप्त हुआ। संगत का उत्साह इतना था कि पालकी साहिब को आगे बढ़ाना काफी मुश्किल दिखाई दिया।

एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने श्री गुरु नानक देव जी के विवाह पर्व की संगत को बधाई देते हुए कहा कि जो पवित्र संदेश गुरु साहिब ने दुनिया को दिए, उन्हें खुद अपने पर भी लागू किया।
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