Sahidi Hafta-अविनाश सिंह खालसा नें साहिबजादों और माता गुजरी जी की शहादत को ऐसे किया नमन। know more about

Sahidi Hafta

Daily Dose News

jamshedpur/28/12/2023/Thu

सिख इतिहास में 21 दिसंबर से लेकर 28 दिसंबर तक ये एक सप्ताह सिख समुदाय के साथ- साथ हर उस देश भक्त के लिए बहुत ही दुखदायी होता है। जो भारतीय संस्कृति को प्यार करते हैं। इस एक सप्ताह में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने भारतवर्ष की संस्कृति को बचाने के लिए अपना पुरा परिवार देश पर न्यौछावर कर दिया।मानवता की रक्षा करने हेतु इन दिनों में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों पुत्रों ने अपनी अमुल्य कुरबानी दी।

इस अवसर पर पुरे विश्व में साहिबजादों की याद में कई प्रकार के आयोजन होते हैं।गुरुद्वारों में बैरागमयी किर्तन, कथा एवं शहीदों की याद में कविताएँ आदि पढ़ी जाती है।और साहिबजादों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।

Sahidi Hafta

इसी प्रकार जमशेदपुर के सीतारामडेरा निवासी सरदार अविनाश सिंह खालसा जोकि सीतारामडेरा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव भी हैं।उन्होंने साहिबजादों और माता गुजरी जी की शहादत को अपने अलग अंदाज से श्रद्धांजलि अर्पित की। जिससे सिख समाज में एक अच्छा संदेश पहुंचाया जा सके।

Sahidi Hafta

सरदार अविनाश सिंह खालसा ने इस हफ्ते को मुख्य रखते हुए सरदार अविनाश सिंह खालसा ने अपने पूरे सिक्खी स्वरूप में शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए 21 दिसंबर से लेकर 28 दिसंबर हर रोज 50 किलोमीटर साइकिलिंग की। इसके पीछे उनका मकसद हमारे शहीदों की कुर्बानी पूरी दुनिया भर में जानी जाए। और उनके द्वारा आने वाली पीढ़ी को एक संदेश भी दिया गया कि आप किसी भी क्षेत्र में कार्यरत हैं तो दस्तार आपके आड़े नहीं आ सकती है। आप दस्तार सजा कर हर फिल्ड में काम कर सकते हैं।

Read This Also

https://dailydose24x7.co.injamshedpur-for-the-first-time-in-the-history-of-cgpc-members-played-diwan-of-the-evening/

सरदार अविनाश सिंह खालसा नें युवाओं से अनुरोध किया कि वो दस्तार अवश्य बांधे । जिससे सिखों की पहचान बनी रहे।
बताते चलें कि सरदार अविनाश सिंह खालसा नें शहीदी सप्ताह को समर्पित अपने इस मिशन को सिक्खी स्वरूप में ही पुरा किया।

ये समाचार आप सोनारी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और टर्बनेटर द पेडलर्स के सौजन्य से प्राप्त कर रहे हैं।

This News Brought To You By Sonari Gurudwara parbandhak Committee JSR,and Turbanators the pedalers

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *