October 8, 2024

Self-reliant india- चीन के बार्डर पर Tata की एंट्री! know more about it.

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Self-reliant india

Self-reliant india-चीन के बार्डर पर Tata की एंट्री! मेगा चिप प्लांट से ड्रैगन हैरान! जानें भारत का प्लान

भारत आत्मनिर्भर बनना चाहता है इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट और उसके पार्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग में। इसके लिए रतन टाटा की टाटा ग्रुप ने टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड की तरफ से चीन के बार्डर स्टेट असम में चिप प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की प्रस्ताव सब्मिट की है। इसके साथ ही टाटा ने असम टाटा के प्रोजेक्ट से असम में 1,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।

इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट और उसके पार्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग के मामले में भारत आत्मनिर्भर बनना चाहता है। जिसे रतन टाटा की टाटा ग्रुप की तरफ से लीड किया जा सकता है। दरअसल मौजूदा वक्त में भारत मैन्युफैक्चिरिंग के सेक्टर में तेज ग्रोथ दर्ज कर रहा है, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट जैसे मोबाइल के पार्ट्स को चीन और अन्य देशों से सप्लाई करना होता है। लेकिन अब भारत स्मार्टफोन की बैटरी के साथ ही चिपसेट को घरेलू स्तर पर बनाने के प्लान पर काम कर रहा है।

असम में लगेगा प्लांट
इसी योजना के तहत टाटा की तरफ से चीन के बार्डर स्टेट असम में चिप प्रोसेसिंग प्लांट लगाया जा रहा है। इसके लिए टाटा की तरफ से प्रस्ताव सब्मिट कर दिया गया है। इस प्लांट के निर्माण पर टाटा करीब 40,000 करोड़ रुपये खर्च करेगा। यह खबर ऐसे वक्त में आयी है, जब कंपनी ने तमिलनाडु में आईफोन फैक्ट्री बनाने का ऐलान किया है।

क्या होगा फायदा?

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने असम राज्य के जगीरोड में एक इलेक्ट्रॉनिक सेंटर स्थापित करने के लिए एक एप्लीकेशन दिया है। टाटा समूह सेमीकंडक्टर असेंबली और पैकेजिंग प्लांट को लेकर असम सरकार के साथ बातचीत कर रही है। ऐसी उम्मीद है कि इस प्रोजेक्ट को एक से दो माह में मंजूरी मिल सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि इससे असम में करीब 1,000 लोगों को रोजगार मिल सकता है।

[Content Source By: NBT]

चीन की बढ़ी टेंशन
टाटा भारत के सबसे बड़े iPhone असेंबली प्लांटों बनाने की योजना पर भी काम कर रहा है। दरअसल Apple चीन पर अपनी निर्भरता को कम करने की दिशा में काम कर रहा है। ऐसे में भारत इस मामले में सबसे पसंदीदा देश बना हुआ है। टाटा साउथ तमिलनाडु राज्य के होसुर में फैक्ट्री का निर्माण करना चाहता है। इसमें 20 असेंबली लाइन और 50,000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। यह प्लांट 12 से 18 माह में शुरू हो सकता है।

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