National-पटना साहिब कमेटी 15 दिनों में अपना पक्ष रखें नहीं तो होगी कार्रवाई।

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नई दिल्ली सचिवालय श्री अकाल तख्त साहिब में पंज सिंह साहिबानों की बैठक हुई, जिसमें तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब से संबंधित मामले पर चर्चा की गई। बैठक में 19 नवंबर 2003 को श्री अकाल तख्त साहिब में पंज सिंह साहिबानों द्वारा पारित प्रस्ताव नंबर 01 की पुष्टि करते हुए इस हुक्मनामा और सिख परंपराओं के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है कि तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के पंज प्यारों द्वारा जारी पत्र नंबर तपस/36/एच/2025 तारीख 21 मई 2025 और पत्र तपस/40/एच/2025 तारीख 05 जुलाई 2025 श्री अकाल तख्त साहिब के उक्त आदेश का घोर उल्लंघन है और श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्चता को कमजोर करने का इरादा है।

पांच तख्त साहिब सिख शक्ति के स्रोत हैं जिनके प्रति विश्व भर में रहने वाली सिख संगत की गहरी श्रद्धा है तथा इन पवित्र गुरु स्थानों का बहुत सम्मान किया जाता है। श्री अकाल तख्त साहिब को सर्वोच्चता गुरु पातशाह जी ने ही प्रदान की है। परंतु कुछ लोग सिख विरोधी ताकतों के पीछे पड़कर अपने निजी हितों के लिए षडयंत्र रचकर श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्चता को चुनौती देने का प्रयास कर रहे हैं, जिसे गुरु पंथ कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। श्री अकाल तख्त साहिब शुरू से ही खालसा पंथ से संबंधित मामलों पर विचार करता रहा है तथा उस पर फैसले भी किए जाते रहे हैं तथा अन्य तख्त साहिबों को भी अपने स्थानीय फैसले लेने का पूरा अधिकार है, परंतु पंथिक व धार्मिक मामलों पर अंतिम राय श्री अकाल तख्त साहिब की ही मानी जाती है।

स्पष्ट किया जाता है कि संकल्प संख्या 03 (ए:टी/222) और संकल्प संख्या 04 (ए:टी/223) 21 मई 2025 को पंज सिंह साहिब की बैठक में पारित हुए, पंज सिंह साहिब की बैठक – (ज्ञानी हरप्रीत सिंह कार्यवाहक जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब और जत्थेदार तख्त श्री दमदमा साहिब, ज्ञानी रघबीर सिंह जत्थेदार तख्त श्री केसगढ़ साहिब, ज्ञानी सुल्तान सिंह ग्रंथी सचखंड श्री हरमंदिर साहिब, ज्ञानी मलकीत सिंह अतिरिक्त प्रमुख ग्रंथी श्री अकाल तख्त साहिब, भाई मंगल सिंह पंज प्यारा श्री अकाल तख्त साहिब) पिछले दिनों श्री अकाल तख्त साहिब पर आयोजित आदेश संख्या ए/टी/163 दिनांक 06 दिसंबर 2022 की पुष्टि में किए गए थे।
तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब की प्रबंधन समिति को तख्त श्री हरमंदिर के मामलों के संबंध में अपना पक्ष रखने का आदेश दिया गया था। जी पटना साहिब, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश का पालन करने की बजाय भाई गुरदयाल सिंह, जिनकी पंथिक सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, अभी भी मुख्य साजिशकर्ता और पंथ विरोधी ताकतों का सहायक बनकर तख्त साहिबों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी भूमिका को देखते हुए भाई गुरदयाल सिंह (अतिरिक्त प्रमुख ग्रंथी तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब) को तंगहरिया घोषित किया जाता है और अगर कोई उन्हें गुरमत समागम या पंथिक मंच पर आमंत्रित करता है, तो पंथिक परंपराओं के अनुसार उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जब तक भाई गुरदयाल सिंह श्री अकाल तख्त साहिब के सामने पेश होकर माफी मांगकर अपना पक्ष नहीं रखते, तब तक खालसा पंथ को इसका सामना नहीं करना चाहिए। 21 मई 2025 को जारी आदेशों के बाद तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधक कमेटी के सदस्य एवं प्रवक्ता स. हरपाल सिंह (जौहल) लगातार मीडिया/सोशल मीडिया के माध्यम से श्री अकाल तख्त साहिब की मर्यादा और सर्वोच्चता के खिलाफ झूठा प्रचार कर रहे हैं। तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधक कमेटी के पत्र संख्या टीपीएस स्पेशल: 2022 दिनांक 10 दिसंबर 2022 के अनुसार कमेटी ने स्वयं श्री अकाल तख्त साहिब को यह लिखित रूप में भेजा है कि जो भी श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का उल्लंघन करता है, वह खुद बदमाश बन जाता है।
तख्त श्री पटना साहिब प्रबंधक कमेटी के एक अन्य सदस्य डॉ. गुरमीत सिंह की भूमिका भी मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आई है। इसलिए स. हरपाल सिंह और डॉ. गुरमीत सिंह को देशद्रोही घोषित किया जाता है और जब तक वह व्यक्तिगत रूप से श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष पेश होकर अपनी गलतियों के लिए माफी नहीं मांगते, खालसा पंथ को उनका सामना नहीं करना चाहिए। तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब की प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जगजोत सिंह सोही, वरिष्ठ उपाध्यक्ष लखविंदर सिंह, गुरविंदर सिंह कनिष्ठ उपाध्यक्ष, इंद्रजीत सिंह महासचिव, हरबंस सिंह सचिव, गोबिंद सिंह लोंगोवाल सदस्य, राजा सिंह सदस्य, महिंदरपाल सिंह सदस्य को पंद्रह (15) दिनों के भीतर श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष अपना पक्ष रखने का आदेश दिया जाता है। इसके बाद पंथिक परंपराओं के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Courtesy Social Media
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