kirtan samagam-सीतारामडेरा गुरुद्वारा साहिब में दो दिवसीय धार्मिक समागम का समापन। अंतिम दिन रिकॉर्ड 18 से 20 हजार श्रद्धालु ने हाजरी भरी,know more about it.
1 min readkirtan samagam
daily dose news
जमशेदपुर के सीतारामडेरा स्थित गुरुद्वारा शहीद बाबा दीप सिंह जी के स्थान पर आयोजित दो दिवसीय धार्मिक किर्तन समागम का समापन कल 10 फरवरी को हुआ।
समागम के आयोजक गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सीतारामडेरा के सभी कमेटी के सदस्यों एवं नौजवान सभा तथा मुख्य रूप से स्त्री सत्संग सभा के तमाम सदस्यों ने आयी हुई संगत का धन्यवाद करते हुए बाबा दीप सिंह जी का शुकराना किया जिनके आशिर्वाद से ये कार्यक्रम सफल हो पाया।
ਇਹ ਖਬਰ ਤੁਸੀਂ ਗੁਰੂਦਵਾਰਾ ਪ੍ਬੰਧਕ ਕਮੇਟੀ ਸਾਕਚੀ, ਗੁਰੂਦਵਾਰਾ ਪ੍ਬੰਧਕ ਕਮੇਟੀ ਸੋਨਾਰੀ, ਦੁਪਟਾ ਸਾਗਰ ਬਿਸਟੁਪੁਰ ਨਾਗੀ ਮੋਬਾਈਲ ਕਮਯੁਨੀਕੇਸੰਸ ਦੇ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਪਾ੍ਪਤ ਕਰ ਰਹੇ ਹੋ ਜੀ।
डेली डोज़ न्यूज़ चैनल से बात करते हुए कमेटी के महासचिव सरदार अविनाश सिंह खालसा ने अपने सभी टीम मेम्बरो का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज कार्यक्रम के दूसरे दिन यानि 1 फरवरी को रिकॉर्ड लगभग 18 से 20 हजार श्रद्धालु सजे हुए पंडाल में पहुंचे। जमशेदपुर के इतिहास में पहली बार देखा गया है कि इतनी ज्यादा तादाद में संगत किसी गुरबाणी किर्तन समागम में पहुंची हो। इतनी संगत का इक्कठ्ठ देखकर मन खुश हो गया। संगत का हुजूम देखकर लगा कि जमशेदपुर के संगत में गुरु के प्रति बहुत ही श्रद्धा और विश्वास है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी उन तमाम सिख संगत का बहुत बहुत धन्यवाद देता है।
शाम के दिवान में भी संगत देर रात तक गुरबाणी किर्तन श्रवण करती रही। जिससे वहाँ का वातावरण भक्ति मय हो गया। महासचिव सरदार अविनाश सिंह खालसा ने कार्यक्रम की सफलता का श्रेय गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य, नौजवान सभा तथा स्थानीय स्त्री सत्संग सभा और जमशेदपुर की समूह संगत को दिया।
जैसा कि जमशेदपुर की संगत को मालूम ही है कि साक्ची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार परमजीत सिंह काले जी तकरीबन सभी बड़े किर्तन समागम का मंच संचालित करते हैं। सो मंच संचालन करने के लिए के लिए सीतारामडेरा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने परमजीत सिंह काले का भी धन्यवाद किया।
सीतारामडेरा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने मीडिया से जुड़े सिख पत्रकारों को भी सम्मानित किया। जिसमें प्रमुख रूप से बलजीत सिंह संसोआ, संजीव कुमार भारद्वाज, डेली डोज़ न्यूज़ चैनल के एडिटर गुरदीप सिंह सलूजा, परविंदर सिंह भाटिया शामिल थे।