jamshedpur-रांची से आई सिख संगत का सीतारामडेरा गुरुद्वारा में हुआ स्वागत।Honour to the ranchi sikh sangat know more about

jamshedpur

शहीद बाबा दीप सिंह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यो ने रांची से आई हुई संगत का जीता दिल।

शहीद बाबा दीप सिंह एक ऐसे सिख योद्धा थे। जिन्होने 75 वर्ष की आयु में मुगलों से टक्कर ली। और मुगल साम्राज्य की नींव हिला दी। उनको सिख इतिहास में अनोखे शहीद का दर्जा प्राप्त है। उन्होंने मुगलों के खिलाफ हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया। अपना सीस कट जाने के बाद भी वे निरंतर युद्ध करते रहे। और मुगलों के खिलाफ जंग में विजय हासिल की और उसके बाद उन्होंने अमृतसर श्री दरबार साहिब पहुँच कर गुरु चरणों में ज्योति जोत समा गये।


जमशेदपुर स्थित सीतारामडेरा में बाबा दीप सिंह जी की याद में गुरुद्वारा साहिब का निर्माण काफी समय पहले किया गया था। कहा जाता है कि बाबा दीप सिंह जी के कृपा से यहाँ आयी हुई संगत की मनोकामना पूर्ण होती है। और इसीलिए उक्त गुरुद्वारा साहिब में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ हमेशा लगी रहती है।

यहाँ हम गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधक कमेटी का भी तारीफ करना चाहते हैं कि कमेटी में ज्यादातर युवा पदाधिकारी हैं और उन्होंने गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधन को बहुत ही अच्छे ढंग से चला रहे हैं। एक सर्वे के अनुसार सीतारामडेरा क्षेत्र की संगत वर्तमान कमेटी की सेवा संभाल से काफी खुश है।
पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी रांची से 11 बसों और कारों में सवार होकर लगभग छह से सात सौ की संख्या में श्री मनीष मिड्डा जी के नेतृत्व में श्रद्धालु बाबा दीप सिंह जी के दर्शन करने के लिए टाटानगर पहुंची।

jamshedpur

सबसे पहले उनको साक्ची गुरुद्वारा साहिब लाया गया वहाँ पर सीतारामडेरा गुरुद्वारा साहिब के सहयोग से सभी श्रद्धालुओं के लिए चाय नाश्ते का प्रबंध कराया गया था। वहाँ कुछ देर आराम करने के बाद सभी श्रद्धालुओं को सीतारामडेरा गुरुद्वारा साहिब में बाबा दीप सिंह जी के दर्शन करने के लिए लाया गया। सभी श्रद्धालुओं ने बड़े ही उत्साह से बाबा दीप सिंह जी के स्थान पर माथा टेक कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

jamshedpur

और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का धन्यवाद किया।
बताते चलें कि रांची से आई हुई संगत के लिए लंगर की सेवा गंभीर कार किंग वाले वीर हरजीत सिंह गंभीर जी द्वारा की गई । हरजीत सिंह गंभीर जी का पुरा परिवार गुरु घर से जुड़ा हुआ है। और गुरु घर प्रति काफी श्रद्धा रखते हैं। बातचीत के दौरान सरदार हरजीत सिंह गंभीर जी ने कहा कि ये सेवा गुरु महाराज जी ने मेरे से लेनी थी। सो मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूँ।

रांची से आई हुई संगत को सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की पूरी टीम ने प्रधान सरदार भगवान सिंह के नेतृत्व में सम्मानित किया। वहीं साक्ची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से भी रांची की संगत का सम्मान किया गया।

DailyDose24×7

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *