jamshedpur- साक्ची गुरुद्वारा कमेटी चुनाव: आज हो सकती है चुनाव के तारीख की घोषणा।

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संयोजक सतिंदर सिंह रोमी के अनुसार चुनाव संबंधी सूचना सोमवार को दी जाएगी।

1839 वोटरों की संशोधित सूची संयोजकों को सौंपी गई, चुनाव संबंधी घोषणा सोमवार को
साकची गुरुद्वारा में प्रधान पद के चुनाव को लेकर चुनावी पारा चरम पर है और क्रमवार कार्य निबटाये जा रहें हैं इसी क्रम में 1839 वोटरों की संशोधित सूची पूर्वघोषित सूचना के तहत सरदार निशान सिंह द्वारा संयोजकों को सौंपी गई।

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सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जमशेदपुर,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी साक्ची,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सोनारी,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नामदा बस्ती,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सरजामदा,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी मानगो,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सीतारामडेरा,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी टिनप्लेट,दुपट्टा सागर बिस्टुपुर,मोशन ऐजुकेशन ऐकडमी,सिख विजडम
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रविवार शाम को गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी, साकची के चुनाव को लेकर मतदाता सूची का संशोधित संस्करण चुनाव संयोजक सतिंदर सिंह रोमी और सह-संयोजक श्याम सिंह को सौंपा गया।
साकची गुरुद्वारा कमेटी के परिक्षेत्र के प्रबुद्ध सिख परिवारों को मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए पंद्रह दिनों का समय दिया गया था जिसकी मियाद रविवार को पूरी होने के बाद कार्यकारी प्रधान निशान सिंह ने संशोधित कॉपी चुनाव कमेटी के संयोजक सतिंदर सिंह रोमी एवं सह-संयोजक सरदार श्याम सिंह को रविवार शाम को सौंप दी।

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चुनाव संयोजक सतिंदर सिंह रोमी और सह- संयोजक श्याम सिंह ने बताया कि त्रुटिनिवारण के बाद संशोधित मतदाता सूची में 1839 मतदाताओं के नाम हैं।
संयोजक सतिंदर सिंह रोमी के अनुसार चुनाव संबंधी सूचना सोमवार को दी जाएगी। श्याम सिंह ने कहा की संयोजकों की आपसी बैठक और मंत्रणा के बाद अन्य सूचनाएँ संगत के साथ सोमवार को साझा की जाएगी।

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निशान सिंह द्वारा दिए गए हिसाब से संगत है संतुष्ट- जगविंदर सिंह

जमशेदपुर: साक्ची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान पद के चुनाव में विरोधी दल में उस वक्त खलबली मच गयी। जब निशान सिंह ने पारदर्शी तरीके से अपने कार्यकाल के मात्र तीन साल के हिसाब में लगभग 6 करोड़ की आय दिखाई। जबकि हरविंदर सिंह मंटू ने अपने 6 साल के कार्यकाल में मात्र 45 लाख ही आय दिखाई। पैसों के इतने बड़े अंतर की जानकरी मिलने पर संगत भड़क गयी है। और अब संगत हरविंदर सिंह मंटू से सवाल पूछ रही है। संगत का कहना है कि गुरुद्वारा भी वही है और संगत भी वही है। लेकिन निशान सिंह के मात्र तीन साल के अवधी में लगभग 6 करोड़ और हरविंदर सिंह मंटू के 6 साल में मात्र 45 लाख की आय संदेह पैदा करती है।
संगत द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब लेने के उद्देश्य से सिख मीडिया के संवाददाता ने सरदार निशान सिंह के प्रतिनिधि सरदार जगविंदर सिंह से मुलाकात की।
इस संबंध में सरदार निशान सिंह के प्रतिनिधि जगविंदर सिंह ने संवाददाता को बताया कि उनकी कमेटी द्वारा हर साल बैसाखी पर्व पर हिसाब संगत के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है। और उसी प्रकार इस वर्ष भी बैसाखी पर्व पर संगत को पहले हिसाब पढ़कर सुनाया गया। उसके उपरांत हिसाब सार्वजनिक रूप से नोटिस बोर्ड पर लगा दिया गया।
फिर भी यदि विपक्ष को हिसाब समझ नहीं आ रहा है तो वह हमारे पास आकर हिसाब समझ सकते हैं। यदि फिर भी उन्हें हिसाब नहीं समझ आता है तो इस मामले में हम उनकी कोई मदद नहीं कर सकते।
उन्होंने आगे कहा कि संगत की सुविधा के लिए उन्होंने गुरुद्वारा साहिब में पिछले 9 सालों के हिसाब की प्रदर्शनी लगी है। जिसमें हरविंदर सिंह मंटू के 6 साल और निशान सिंह के कार्यकाल के 3 साल के हिसाब को अंकित किया गया है।
इसपर संवाददाता ने जब पूछा कि उन्होंने 9 साल का हिसाब क्यों प्रदर्शित किया तो उन्होंने मुस्कुरा कर जवाब दिया कि संगत को भी पता चलना चाहिए कि मंटू ने 6 साल के लम्बे कार्यकाल के दौरान क्या काम किया और निशान सिंह ने मात्र 3 साल में किस प्रकार गुरु घर की सेवा की।
संवाददाता को उन्होंने बताया कि सरदार निशान सिंह जी के कमेटी पर हिसाब के मामले में जमशेदपुर की कोई एक भी संगत सवाल नहीं उठा रही है। सवाल उठाने वाले चंद लोगों को पढ़ाई लिखाई करने की आवश्यकता है। उन्हें सिर्फ संगत को गुमराह करने के लिए कोई एक मुद्दा चाहिए। लेकिन अब संगत को सच्चाई पता चल चुकी है। हिसाब से संगत संतुष्ट है। और संगत द्वारा सरदार निशान सिंह को उनके आचरण, संस्कार,तथा व्यवहार को देखते हुए दुबारा प्रधान बनाने के लिए जोरदार समर्थन मिल रहा है।
अंत में फिर उन्होंने विपक्ष को सख्त लहजे में कहा कि हिसाब के संदर्भ में उनको हमनें जवाब दे दिया है। फिर भी अगर उन्हें समझ नहीं आता है तो वाहेगुरु उन्हें समत्त बक्शे।

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