jamshedpur-सीजीपीसी व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्यों को डेली डोज़ न्यूज़ चैनल ने दिखाया आइना।तो रिमूव किया नंबर।

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DAILY DOSE NEWS

जमशेदपुर: हमारे समाज की एक बहुत बड़ी विडम्बना है कि यदि कोई आपकी तारीफ करे तो ठीक। लेकिन यदि कोई आपके गलत काम को समाज को दिखा दे तो फिर आप उनके लिए सबसे खराब हो जाते हैं।
ये समाचार आप,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी साक्ची,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नामदा बस्ती,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सरजामदा,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सीतारामडेरा,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी टिनप्लेट,दुपट्टा सागर बिस्टुपुर के सौजन्य से प्राप्त कर रहे हैं।
ऐसा ही एक वाक्या जमशेदपुर के सीजीपीसी नामक व्हाट्सएप ग्रुप में हुआ। जहां सिख संगत की आवाज को बुलंद करने वाले जमशेदपुर के एकमात्र न्यूज़ चैनल डेली डोज़ न्यूज़ द्वारा समय समय पर सिख समाज की समस्याओं को उठाया जाता है। और उस वजह से कुछ सिख संस्थाओं की नाराजगी भी झेलनी पड़ती है। लेकिन डेली डोज़ न्यूज़ चैनल इसकी परवाह किये बिना सिख संगत की आवाज को उठाने का काम करती रहेगी।
यदि आज की ताजा बात करें तो। टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब में सीजीपीसी के अनुसार जो बताया गया कि टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब में सर्वसम्मति से प्रधान बना दिया गया। लेकिन इस बात का संगत की ओर से पुरजोर विरोध भी हुआ। ये कोई आवश्यक नहीं है कि सर्वसम्मति में सबकी हामी हो। कुछ लोगों ने उसका विरोध भी किया। जैसा कि बताया गया कि डेली डोज़ न्यूज़ चैनल संगत की आवाज बनती है। उक्त न्यूज़ चैनल ने भी वही किया। यदि मीडिया उनकी आवाज को नहीं उठाएगा तो उनकी कौन सुनेगा। इस प्रकार से बड़ी संस्थाएं उनकी आवाज को दबा देंगे।

अब आपको बताते हैं असल बात, संगत की आवाज को बुलंद करना सीजीपीसी के व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्यों को नागवार गुजर गया। और वहां एक नयी बहस छिड़ गयी। जिसमें डेली डोज़ न्यूज़ चैनल को बुरा भला कहा जाने लगा। डेली डोज़ न्यूज़ के एडिटर इन चीफ़ गुरदीप सिंह सलुजा पर अनाप शनाप आरोप लगाया जाने लगा। और पक्षपात करने की बात कही जाने लगी। जबकि डेली डोज़ न्यूज़ चैनल सीजीपीसी द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों को डेली डोज़ न्यूज़ चैनल द्वारा प्रमुखता से संगत को दिखाया जाता है। विडम्बना यह है कि जब सीजीपीसी द्वारा किये गए अच्छे काम को डेली डोज़ न्यूज़ चैनल संगत तक पहुंचाता है तो चैनल बहुत अच्छा है। खुब तारीफ की जाती है। तो अब क्या वजह है जो सीजीपीसी नामक व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्य डेली डोज़ न्यूज़ चैनल को कोस रहे हैं। इसका जवाब तो अब वह खुद ही दें तो अच्छा रहेगा।

डेली डोज़ न्यूज़ जैसे बड़े चैनल के लिए इस प्रकार की टिप्पणी करना हास्यास्पद लगता है। जैसे एक सदस्य ने कहा कि संगत से पैसे लेकर दो-चार महीने का राशन चलेगा। एक ने कहा कि डेली डोज़ न्यूज़ चैनल ने कहा कि टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा में प्रधान सर्वसम्मति से बना। मैं उन महोदय को बताना चाहता हूँ कि सर्वसम्मति की बात चैनल द्वारा नहीं की गई है। यदि ध्यान से पढ़ें तो सर्वसम्मति की खबर सीजीपीसी द्वारा कही गई है। न्यूज़ चैनल ने सिर्फ सीजीपीसी की बात संगत तक पहुंचाई है।
एक ने कहा इस पत्रकार को सिख समाज के अच्छे काम दिखाई नहीं देते। मैं उन्हें बताना चाहता हूँ कि मैं कोई पत्रकार ही नहीं हूँ। पत्रकार से पहले एक सिख हूँ।मैंने अपनी वेबसाइट सिर्फ सिख समुदाय द्वारा किये गए अच्छे काम को गैर सिखों तक पहुंचाने के लिए बनाया है। और जो भी कंट्रोवर्सी वाले साक्षात्कार होते हैं सिर्फ पंजाबी भाषा में ही होते हैं। ताकि गैर पंजाबी को समझ न आये।
रही बात अच्छे और धार्मिक कार्य करने की तो डेली डोज़ न्यूज़ चैनल द्वारा समय समय पर बच्चों द्वारा गुरबाणी किर्तन कंपटीशन, बीबीयों को मुख्य रखते “सिरजनहारी” प्रोग्राम एवं अनेकों धार्मिक कार्यक्रम डेली डोज़ न्यूज़ चैनल द्वारा किए जाते हैं।
उनके इन सभी सवालों का जवाब एक साथ देने के लिए डेली डोज़ न्यूज़ चैनल ने कहा कि जिसको जो कहना है। कह लो एक एक को जवाब देना संभव नहीं है। क्योंकि चैनल ये नहीं चाहता था कि एक को जवाब दो फिर दूसरे को जवाब दो उसके बाद पहले वाला फिर कुछ लिखे फिर उसे जवाब दो इस प्रकार के वेले कामों के लिए चैनल के पास टाइम नहीं रहता है। इसलिए चैनल ने सभी को अपनी बात रखने का ऑफर दिया। और सभी को एक साथ 11 बजे जवाब देने की बात कही। लेकिन शायद उन सदस्यों को सच सुनना पसंद नहीं था इसलिए उन्होंने 10:36 बजे ही डेली डोज़ न्यूज़ को ग्रुप से रिमूव कर दिया। ताकि डेली डोज़ न्यूज़ द्वारा कोई ऐसा जवाब न मिले कि ग्रुप में शर्मिंदा होना पड़े।
इस बात पर एक मुहावरा याद आता है कि “सच कड़वा होता है”

बता दें कि आज से डेली डोज़ न्यूज़ चैनल द्वारा सीजीपीसी और मानगो गुरुद्वारा साहिब का सब्सक्रिप्शन बंद किया जा रहा है। सिख विजीडम ऐकेडेमी फ्री था। उसे भी बंद कर दिया गया है। डेली डोज़ न्यूज़ चैनल के वेबसाइट पर चल रहे सीजीपीसी एवं उनसे संबधित सभी वीडियो को जल्द वेबसाइट, से हटा लिया जाएगा। ताकि किसी को ये भुलेखा न रहे कि चैनल के परिवार का राशन सीजीपीसी एवं उनके सहयोगी संस्थाओं द्वारा चल रहा है।