Gurudwara occupied since the last nine years :बर्नपुर गुरूद्वारा पर असंवैधानिक रूप से कब्जा :अकाल तख्त के आदेश को भी नहीं मान रहे- जसबिंदर सिंह घुम्मन: Is it correct way to occupy a religious place?
Gurudwara occupied since the last 9 years
Burnpur गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का दो वर्षों का कार्यकाल वर्ष 2014 से 2016 तक ही था, अर्थात अगली कमेटी का गठन 2016 के अक्टूबर माह में होना चाहिए था! लेकिन मनमोहन सिंह एवं सुरेन्द्र सिंह उर्फ आतू ने अवैध कमेटी के रूप में Burnpur गुरुद्वारे पर पिछले 9 वर्षों असंवैधानिक कब्जा कर रखा है!
जिसका संज्ञान लेते हुए समाधान हेतु श्री अकाल तख्त साहिब श्री अमृतसर के जत्थेदार सिंह साहेब ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी द्वारा गठित दो सदस्यों की टीम के स. अजीत सिंह जी एवं स. जगदेव सिंह जी ने विगत 18 फरवरी, 2023 को बर्नपुर गुरूद्वारा साहिब में स्थानीय संगत के सामने उपस्थित होकर चुनाव करवाने का फैसला सुनाया!

और स्थानीय कमेटी के पदाधिकारियों में से आठ सदस्यीय टीम गठित कर उन्हें एक माह के अन्दर चुनाव करवाने का आदेश पारित किया गया!
आठ सदस्यों वाली चुनाव कमेटी ने अपना कार्य प्रारंभ करते हुए बर्नपुर की सिख संगत के पांच मेंबरी कमेटी गठित कर उन्हें अगामी 16 मार्च 2023 को वोटर लिस्ट तैयार करने का कार्य सौंपा, जिसका काम तीव्र गति से चल रहा है!
अफ़सोस की बात :-
खेद का विषय है कि श्री अकाल तख्त साहिब श्री अमृतसर से आयी हुई टीम घंटो तक बर्नपुर गुरूद्वारा( Gurudwara ) कमेटी के साथ उनके कार्यालय में मीटिंग करती रही,इस दौरान बर्नपुर की संगत गुरूद्वारा साहिब में बैठ कर फैसले का इंतजार करते रहे,
उल्लेखनीय है कि इस सभा के दौरान न तो वर्तमान गुरूद्वारा कमेटी का कोई सदस्य ना ही प्रधान और सेकेट्री और ना ही गुरूद्वारा का कोई सेवादार या ग्रंथी मौजूद था, इससे वर्तमान कमेटी की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं!
ऐसा प्रतीत होता है कि गुरु मर्यादा की ये अवहेलना जानबूझकर की गई है इसलिए इसे नजर अंदाज नहीं किया जाना चाहिए!
जसबिंदर सिंह घुम्मन
