awareness-आधुनिक पावर में हस्ताक्षर अभियान और सेमिनार आयोजित कर तंबाकू के दुष्प्रभावों के प्रति किया गया जागरूक.

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सरायकेला जिले के पदमपुर स्थित विद्युत उत्पादन कारखाना आधुनिक पावर एंड नेचुरल रिसोर्सेज लिमिटेड में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए हस्ताक्षर अभियान एवं सेमिनार का आयोजन किया गया।

शनिवार को कारखाना परिसर में हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण कुमार मिश्रा ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, तंबाकू एक धीमा ज़हर है, जो न केवल शरीर को नुकसान पहुँचाता है, बल्कि पूरे परिवार और समाज को भी प्रभावित करता है। हस्ताक्षर अभियान न केवल एक प्रतीकात्मक कदम है बल्कि हमारी प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है।
इसके उपरांत आयोजित सेमिनार में मुख्य अतिथि एवं मानव संसाधन विभाग के प्रमुख अनिल कुमार सोनी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि तंबाकू की लत युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेल सकती है। युवाओं को चाहिए कि वे स्वयं भी जागरूक बनें और दूसरों को भी प्रेरित करें।

कंपनी के वरिष्ठ पदाधिकारी आशीष दाश और संजीत सिन्हा ने भी संबोधित करते हुए कहा कि एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण तभी संभव है जब उसकी युवा पीढ़ी नशामुक्त हो। कार्यक्रम का उद्देश्य कर्मचारियों, ग्रामीण युवाओं और प्रतिभागियों को तंबाकू सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति सचेत करना और उन्हें एक स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित करना था।

सेमिनार में कंपनी के निकटवर्ती बड़ाहरिहरपुर, छोटाहरिहरपुर, बेलटांड़, गोपीनाथपुर और उपरबेड़ा गांवों से कुल 74 युवक-युवतियों ने भाग लिया। इस दौरान भाषण प्रतियोगिता और लेख लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
भाषण प्रतियोगिता में घनश्याम महतो, संजना कुमारी मुर्मू और सुष्मिता महतो क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय होने का गौरव हासिल किया जबकि लेख लेखन प्रतियोगिता में झूमा भगत ने प्रथम पुरुस्कार जीता, सपना सरदार उपविजेता और प्रेम लोहार ने तीसरा स्थान हासिल किया।
कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन सीएसआर विभाग के संजीत सिन्हा द्वारा किया गया जबकि आयोजन को सफल बनाने में अनिल सरदार का विशेष योगदान सराहनीय रहा।
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सरजामदा गुरुद्वारा साहिब में मनाया गया शहीदी पर्व।
जमशेदपुर: शहर के बाहरी क्षेत्रों के गुरुद्वारों में से एक गुरुद्वारा सरजामदा जो कि बहुत ही प्राचीन है। बताया जाता है कि उक्त गुरुद्वारा साहिब की स्थापना 22 जून सन् 1962 ईस्वी में हुई थी। प्रबंधक कमेटी के अनुसार गुरुद्वारा साहिब का स्थापना दिवस हर साल मनाया जाता है। लेकिन इस साल ये कार्यक्रम बड़े स्तर पर मनाया जाएगा।
फिलहाल कल यानी 30 म ई को गुरुद्वारा साहिब में श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहादत को मुख्य रखते हुए समागम का आयोजन किया गया।
जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में स्थानीय स्त्री सत्संग सभा द्वारा गुरबाणी किर्तन किया गया। अरदास के उपरांत सरजामदा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार रविंदर सिंह ने संगत को संबोधित करते हुए सभी संगत का धन्यवाद किया। स्त्री सत्संग सभा द्वारा संगत को श्री गुरु अर्जुन देव जी के इतिहास से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम के अंत में ठंडे मीठे जल तथा काले चने का प्रसाद वितरण किया गया।
इस मौके पर प्रधान सरदार रविंदर सिंह के अलावा कैशियर सविंदर सिंह, सेक्रेटरी बलबीर सिंह, रंजीत सिंह, गुरबख्श सिंह, गुरबचन सिंह। स्त्री सत्संग सभा के प्रधान बीबी जसबीर कौर, जसपाल कौर, रंजीत कौर, गुरमीत कौर, सरबजीत कौर, एवं सिख नौजवान सभा के जगप्रीत सिंह, बलदेव सिंह, अमरीक सिंह, लखविंदर सिंह, शंकर सिंह, पंकज झींगन के अलावा नौजवान सभा के सभी सदस्य मौजूद थे।
टाटानगर रेलवे स्टेशन पर लगाया गया लंगर। [namda basti gurudwara]
प्रधान भाई दलजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने इस अवसर पर टाटानगर रेलवे स्टेशन पर जाकर भूखे और जरुरत मंद गरीब लोगों के बीच कढ़ी चावल का लंगर वरताया। उन्होंने कहा कि सिख समाज का इतिहास रहा है कि सिख हमेशा सेवा और सिमरन के साथ जुड़ा हुआ है। अपने गुरुओं के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए नामदा बस्ती गुरुद्वारा साहिब के सभी पदाधिकारियों एवं संगत के सहयोग से टाटानगर रेलवे स्टेशन पर लंगर का वितरण किया गया।