condemnation-कृपाण-कड़ा के कारण सिख लड़की को राजस्थान के परीक्षा केंद्र में प्रवेश न देने की निंदा.

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पंजाब के तरनतारन जिले की एक सिख लड़की को जयपुर में राजस्थान न्यायिक सेवा परीक्षा के लिए निर्धारित एक केंद्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया क्योंकि वह ‘कड़ा’ पहनी थी और उसके पास ‘कृपाण’ था, जबकि ये दोनों सिख धर्म की पवित्र वस्तुएं हैं।
‘‘यह अनुच्छेद 25 के तहत प्रदत्त उसके संवैधानिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है और उसे अपने धर्म का पालन करने के मौलिक अधिकार से वंचित किया गया है। संविधान के अनुच्छेद 25 में सिख धर्म के अन्य प्रतीकों के साथ-साथ ‘कृपाण’ का भी विशेष उल्लेख है, जिन पर किसी भी प्रकार की रोक नहीं है, यहां तक कि उड़ानों में भी।’’
जमशेदपुर के समाजसेवी गुरदीप सिंह सलुजा ने सिख धर्म के पवित्र प्रतीकों के प्रति अनादर और भेदभाव की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से देश में लगातार हो रही ऐसी ‘दुखद घटनाओं’ को समाप्त करने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
बताते चलें कि राजस्थान के जयपुर में दो दिन पहले की एक ताजा घटना सामने आयी है जिसमें तरनतारन की गुरप्रीत कौर को जयपुर में स्थित परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया।