jamshedpur-टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा के ट्रस्टी रंजीत सिंह ने वोटर लिस्ट पर दिया स्पष्टीकरण।

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💥 ट्रस्टी रंजीत सिंह ने वोटर लिस्ट पर सवाल खड़े करने को लेकर जसबीर सिंह पदरी को वोटर लिस्ट के बारे में जवाब देते हुए कहा कि वोटर लिस्ट संविधान के अनुसार ही बनाया गया है।
उन्होंने पदरी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जसबीर सिंह पदरी खुद टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब का दोषी है। गुरुद्वारा साहिब की देनदारी होने की वजह से उसे वोट देने के अधिकार से वंचित किया गया है। ऐसे में वह गुरुद्वारा साहिब के किसी कार्य में हस्तक्षेप नहीं कर सकता।
💥 ट्रस्टी ने पदरी के लिए कहा कि उन पर इल्जाम है कि उन्हें गुरु घर का पैसा देना है। और उन्हें मुक्ति तभी मिल सकती है जब वह गुरु घर का पैसा जमा कर देगें। उसके बाद वह गुरु घर के कामों में हस्तक्षेप कर सकते हैं। और प्रधानगी के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
💥 ऑफिस में ताला🔐 लगाना दादागिरी है।
ट्रस्टी रंजीत सिंह ने आगे कहा कि जसबीर सिंह पदरी द्वारा अपने समर्थकों को साथ लेकर गुरुद्वारा साहिब के ऑफिस में ताला लगाना सरासर गलत है। इससे समाज में गलत संदेश जा रहा है। किसी भी मामले का हल बातचीत से निकाला जा सकता है। ताला बंदी करना कहीं से भी उचित नहीं है।
💥इस बीच उन्होंने बताया कि टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब का संविधान सरकार द्वारा रजिस्टर्ड है। और वोटर लिस्ट संवैधानिक तरीके से बना है। और अपना संविधान सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को भी दिखा दिया गया है।
उन्होंने एक दिलचस्प बात का जिक्र करते हुए बताया कि टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब का संविधान जब पदरी प्रधान थे। तो उनके द्वारा ही संशोधित किया गया था।
अब पदरी अपने स्वार्थ के लिए उसी संविधान को गलत बता रहे हैं। उन्होंने पदरी को तीखे शब्दों में कहा कि जसबीर सिंह पदरी उनपर किसी प्रकार का दबाव न बनाए। दबाव बनाकर प्रधान बनने का सपना न देखें। प्रधान पद का चुनाव वह तभी लड़ सकते हैं जब संविधान के अनुसार गुरु घर का पैसा जमा कर देगें।
💥 ट्रस्टी रंजीत सिंह ने पदरी पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि जसबीर सिंह पदरी पर और बहुत से इल्जाम हैं। जिसमें मुख्य रूप से स्कूल ड्रेस घोटाला, स्कूल परिसर में स्लैग गिरवाने का लगभग 5 लाख रुपये का घोटाला इत्यादि।
💥वोटर लिस्ट पर सवाल उठाने वाले जसबीर सिंह पदरी के बारे में ट्रस्टी रंजीत सिंह ने कहा कि जसबीर सिंह पदरी जब तार कंपनी क्षेत्र में रहते हुए टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब के प्रधान बने। वह असंवैधानिक औऱ गैर वाजिब था। लेकिन पदरी उसकी बात नहीं करेंगे। जबकि जसवंत सिंह भोमा साक्ची क्षेत्र में रहते हुए टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब के प्रधान पद पर आसीन हुए। और अब जब उसी साक्ची क्षेत्र के लोगों का वोटर लिस्ट मे नाम है। तो उन नामों पर कैसे आपत्ति हो सकती है।
उन्होंने सतनाम सिंह सिद्धू का नाम लेकर कहा कि सतनाम सिंह सिद्धू भी साक्ची क्षेत्र से हैं। और टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब के कई वर्षों से वोटर हैं।बल्कि उन्हें टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब के लेटर पर सेन्ट्रल गुरुद्वारा साहिब का ट्रस्टी बनाया गया था। तो आज उनका टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा कमेटी के वोटर लिस्ट से कैसे हटाया जा सकता है।
💥चुनावी प्रक्रिया पर एक नज़र।
चुनाव को लेकर ट्रस्टी रंजीत सिंह ने कहा कि टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान पद की तैयारी चल रही है। इसके लिए नोटिस बोर्ड पर नोटिस चस्पा कर दिया गया है। जो भी उम्मीदवार चुनाव लड़ना चाहते हैं। वह नामांकन पत्र ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए अब तक 3 उम्मीदवार अपना नाम दे चुके हैं।
💥 इस बीच टुईलाडुंगरी निवासी हरभजन सिंह रंधावा ने कहा कि वोटर लिस्ट संविधान के दायरे मे ही बनाया गया है। जसबीर सिंह पदरी बेवजह विवाद पैदा कर रहे हैं। लगता है कि वह अपना विवेक खो चुके हैं। पदरी खुद गुरु घर के देनदार हैं। इसके अलावा उनपर और भी बहुत दोष हैं। जिन्हें मीडिया पर नहीं बताया जा सकता। लेकिन जरूरत पड़ी तो उनके काले कारनामे को उजागर किया जाएगा।
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