jamshedpur-टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब में श्री गुरु हरगोबिन्द जी का प्रकाशपर्व मनाया गया।know more about sixth guru of the sikhism
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सिखों के छठवें गुरु श्री गुरु हरगोबिन्द जी का प्रकाशपर्व जमशेदपुर के टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब में बड़े धुमधाम से मनाया गया। जिसमें सुबह से ही सिख संगत गुरुद्वारा साहिब में नतमस्तक होने के लिए पहुचीं। इस उपलक्ष में गुरुद्वारा साहिब में गुरबाणी किर्तन करने के लिए विशेष रूप से भाई जसपाल सिंह छाबड़ा, भाई प्रभजोत सिंह मनी, एवं स्त्री सत्संग सभा के प्रधान बीबी जसबीर कौर जी पहुंचे। और उन्होंने संगत को गुरबाणी शबद सुना के निहाल किया। उसके उपरांत गुरु महाराज जी से समूचे संसार के भलाई के लिए अरदास की
बनाया गया विशेष लंगर।
श्री गुरु हरगोबिन्द जी के प्रकाश पर्व के मौके पर हर साल की तरह इस साल भी गुरुद्वारा साहिब श्री कलगीधर सिंह सभा टुईलाडुंगरी में लंगर में मक्खन वाली नमकीन लस्सी और मिस्सी रोटी तथा साथ में अचार संगत के बीच में वितरित किया गया। और गुरुद्वारा साहिब में मौजूद सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व जनरल सेक्रेटरी सरदार जसवंत सिंह भोमा ने संगत को गुरुपर्व का इतिहास बताया।
गुरुद्वारा साहिब में एक मुस्लिम बच्चे ने माथा टेका गुरुग्रंथ साहिब की परिक्रमा करने के बाद अरदास में हुआ शामिल।
रविवार को टुईलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब में श्री गुरु हरगोबिन्द जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में सजाये गये किर्तन दरबार में एक अनोखी बात देखने को मिली। जिसमें एक मुस्लिम बच्चा जिसने अपना नाम सिराज अली बताया वह भी संगत में सुबह से ही बैठा हुआ था। और बड़े ध्यान से गुरुवाणी का पाठ सुन रहा था।वहाँ मौजूद भाई लखबीर सिंह जी टाटा वाले ने बच्चे के बारे में बताया कि इस बच्चे को हम तकरीबन छह महीने से देख रहे हैं। ये मुस्लिम बच्चा जब हम अरदास करने से पहले अनन्द साहिब का पाठ आरंभ करते हैं। तो सिराज अली भी हम लोगों के साथ अनन्द साहिब का पाठ करता है। इसका गुरु घर से लगाव देखकर गुरु महाराज के प्रति और विश्वास बढ़ जाता है कि गुरु महाराज ने इस मुस्लिम बच्चे को अपने सानिध्य में रखकर बाणी से जोड़कर इस बच्चे का जन्म सफल कर दिया।
