Loading ...

jamshedpur-55वें गुरमत सिख्या कैंप का समापन जसमीत और जगजोत बने सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु.

---Advertisement----
---Advertisement----
---Advertisement----

jamshedpur

SIKH MEDIA JAMSHEDPUR

जत्थेदार गड़गज ने बच्चों को पुरस्कृत कर की हौसला आफजाई!

सिख धर्म की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोने वाला 55वां गुरमत सिख्या कैंप शनिवार, 4 अक्टूबर 2025 को गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, मानगो में एक भव्य और आध्यात्मिक समापन समारोह के साथ संपन्न हुआ।

ये समाचार आप सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जमशेदपुर,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सोनारी,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी मानगो,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी टुईलाडुंगरी, सरदार सुरेन्द्र पाल सिंह जी “टिटू” स्टेट चेयरमैन बिल्डर्स एशोसिएशन ऑफ इंडिया ( झारखंड राज्य) देशी डिलाइट्स,रिफ्यूजी कालोनी, बीबी इंद्रजीत कौर( President Istri Satsang Sabha Gourishanker Road) गुरु रामदास सेवा दल सोनारी,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी साक्ची,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नामदा बस्ती,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सरजामदा,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सीतारामडेरा,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी टिनप्लेट,दुपट्टा सागर बिस्टुपुर के सौजन्य से प्राप्त कर रहे हैं।

इस सात दिवसीय शिविर में कोलकाता की जसमीत कौर और जगजोत सिंह ने अपनी उत्कृष्टता का परचम लहराते हुए सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु का खिताब हासिल किया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के पदाधिकारियों और श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने विजेताओं को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया।
सिख फोरम एंड सिख वेलफेयर एसोसिएशन, कोलकाता और श्री गुरु सिंह सभा, मानगो के संयुक्त तत्वावधान में 28 सितंबर से 4 अक्टूबर तक आयोजित इस शिविर में आए 185 बच्चों ने गुरमत ज्ञान के महासागर में डुबकी लगाई।

शिविर में गुरु इतिहास, सिख इतिहास, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी द्वारा अनुमोदित सिख रहत मर्यादा, गुरमुखी, गुरबाणी और सोहनी पगड़ी प्रशिक्षण जैसे विषयों पर गहन कक्षाएं आयोजित की गईं। मुख्य अथिति श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने समापन समारोह में बच्चों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह शिविर सिखी के सच्चे रंगों को जीवंत करने का एक पवित्र मंच है। यहाँ उपस्थित प्रत्येक बच्चा गुरु की शिक्षाओं का दीपक बनकर समाज को आलोकित करेगा।

जसमीत और जगजोत जैसे नन्हे सितारों ने न केवल ज्ञान अर्जित किया बल्कि सिखी के मूल्यों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा वे इन बच्चों से स्वयं प्रेरित हैं और इन्हें प्रोत्साहित करते हैं कि वे गुरबानी के मार्ग पर चलकर अपने जीवन को धन्य बनाएँ।
मानगो गुरुद्वारा के महासचिव जसवंत सिंह जस्सू ने बताया कि इस शिविर में देश के प्रख्यात सिख विद्वानों जैसे मंजीत कौर (प्रधानाचार्य, शहीद मिशनरी कॉलेज), डॉ. राजवंत सिंह (प्रमुख, एको सिख), भाई मनधीर सिंह (पंथक सेवा जत्था, दोआबा), डॉ. गुरप्रीत सिंह (रिसर्च स्कॉलर, सिख इतिहास, एसजीपीसी), कैप्टन यशपाल सिंह, सरदार गौरवदीप सिंह और बीबी बलजीत कौर ने अपनी विद्वता से बच्चों का आध्यात्मिक और बौद्धिक उत्थान किया।

सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह ने बच्चों और उनके परिजनों से आह्वान किया कि गुरमत ज्ञान एक अनमोल रत्न है। यदि इस महासागर से एक बूंद भी ग्रहण कर लें, तो हमारा जीवन सार्थक हो जाता है। यह शिविर सिखी के प्रकाश को फैलाने का एक स्वर्णिम अवसर है।
समापन समारोह में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल सहित पूर्वी भारत की प्रमुख सिख हस्तियों ने भाग लेकर आयोजन की शोभा बढ़ाई। यह शिविर न केवल बच्चों के लिए ज्ञान का स्रोत बना बल्कि सिखी के आध्यात्मिक मूल्यों को जीवंत करने का एक जीवंत मंच साबित हुआ।


jamshedpur-4 जनवरी को शहर में निकलेगा आलौकिक नगर किर्तन- शैलेंद्र सिंह


jamshedpur- अब जमशेदपुर में घर बैठे मक्के की रोटी सरसों का साग भरपूर मात्रा में देशी घी के साथ उपलब्ध.


jamshedpur-टाटानगर से 140 यात्रियों का जत्था तख्त श्री हजूर साहब के लिए रवाना हुआ।


jamshedpur-30 सहज पाठ संपुर्ण करके श्री गुरु तेगबहादुर जी को नमन किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *