proud moment-जमशेदपुर के लिए गर्व का क्षण.

proud moment
SIKH MEDIA JAMSHEDPUR
सिखों के लोकप्रिय चैनल ने प्रश्नोत्तरी में शामिल किया हरविंदर सिंह जमशेदपुरी का संदेश, पहले भी कनाडा के अख़बार में प्रकाशित हो चुके हैं उनके विचार
सिख समाज के लिए यह गर्व और हर्ष का विषय है कि जमशेदपुर के प्रख्यात सिख धर्म प्रचारक, विचारक एवं चिंतक भाई हरविंदर सिंह जमशेदपुरी के विचार अब राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हो रहे हैं।
ये समाचार आप गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी टुईलाडुंगरी, सरदार सुरेन्द्र पाल सिंह जी “टिटू” स्टेट चेयरमैन बिल्डर्स एशोसिएशन ऑफ इंडिया ( झारखंड राज्य) गुरु रामदास सेवा दल सोनारी,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी साक्ची,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नामदा बस्ती,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सरजामदा,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सीतारामडेरा,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी टिनप्लेट, गौरीशंकर रोड स्त्री सत्संग सभा प्रधान बीबी इंद्रजीत कौर,दुपट्टा सागर बिस्टुपुर के सौजन्य से प्राप्त कर रहे हैं।

सिखों का लोकप्रिय पंजाबी चैनल चड़दीकला टाइम्स टीवी ने अपने विशेष प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम “आओ बनिए गुरसिख प्यारा” में उनके विचारों को शामिल कर जमशेदपुर का मान बढ़ाया है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत खालसा सृजन दिवस के वास्तविक संदेश और उससे जुड़ी प्रचलित धारणाओं के बीच के अंतर को विशेष रूप से रेखांकित किया गया। एंकर ने प्रतिभागियों से प्रश्न पूछा: “निम्नलिखित कथन लोकप्रिय धारणा और खालसा सिरजन दिवस के वास्तविक संदेश के बीच विरोधाभास को सबसे अच्छी तरह दर्शाते हैं, जिसे भाई हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने उजागर किया है?” इस प्रश्न के लिए चार विकल्प दिए गए और प्रतिभागी को सही उत्तर चुनना था।

इस प्रकार, जमशेदपुरी के विचार न केवल चर्चा का विषय बने बल्कि कार्यक्रम का हिस्सा बनकर व्यापक स्तर पर लोगों तक पहुँचे।

इस सम्मानित क्षण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाई हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने कहा कि उनके लिए यह अत्यंत गौरव का विषय है कि एक प्रतिष्ठित टीवी चैनल ने उनके विचारों को संग्रहित कर घर-घर तक पहुँचा रहा है। इससे न केवल सिख इतिहास और गुरुओं की बाणी का प्रचार-प्रसार हो रहा है बल्कि सिख समाज की शिक्षाएँ भी नई पीढ़ी तक पहुँच रही हैं। उन्होंने आगे बताया कि इससे पूर्व भी कनाडा के एक समाचार पत्र ने उनके विचारों को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। लगातार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके विचारों की मान्यता सिख धर्म की शिक्षाओं के व्यापक प्रसार का प्रतीक है।
जमशेदपुर के सिख समाज ने इस उपलब्धि को गर्व का विषय मानते हुए भाई हरविंदर सिंह जमशेदपुरी को बधाई दी और इसे शहर के लिए एक प्रेरणादायक क्षण बताया।

