patna sahib- पटना साहिब के प्रबंधन समिति में झारखंड के सिखों के मताधिकार को सुनिश्चित किया जाए- सेठी know more about the jharkhand sikh voting right in patna committee
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समिति में झारखंड के सिखों के मताधिकार को सुनिश्चित किया जाए- सेठी

तख्त श्री हरमंदिर पटना साहिब पर एक बार फिर सियासत का रंग चढ़ता नजर आ रहा है। जबकि पटना साहिब सिखों के पांच तख्त में श्री दशम पातशाह श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जन्मभूमि है। उस पवित्र धरती पर यदि प्रबंधन कमेटी या किसी अन्य के द्वारा राजनीति के तहत कोई कार्य किया जाता है तो वह बहुत ही निंदनीय है।
मामला तख्त श्री पटना साहिब कमेटी में झारखंड के सिखों के अधिकार पक्ष का है। जिसका जिक्र स्थानीय विधायक श्री सरयू राय ने झारखंड विधानसभा में भी किया।
पटना कमेटी के प्रबंधन समिति का संविधान 1955 में बनाया गया था। उस वक्त झारखंड राज्य नहीं बना था। प्रबंधन समिति में अमृतसर, कोलकाता, लखनऊ, दिल्ली सहित उत्तर एवं दक्षिण बिहार का प्रतिनिधित्व है। लेकिन झारखंड के सिखों को इसमें शामिल नहीं किया गया है।अभी तक दक्षिण बिहार के साथ झारखंड था।

दिल्ली सहित अन्य राज्यों के सिख 15 सदस्यों वाली समिति हैं तो झारखंड के सिखों को इससे अलग क्यों रखा गया है। जबकि पुरे दक्षिण बिहार मे मात्र 15 गुरुद्वारा हैं और झारखंड मे 120 के करीब गुरुद्वारा हैं। ऐसे में झारखंड को प्रतिनिधित्व से दूर रखना न्यायोचित नहीं है।
इस बीच झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह सेठी ने बिहार के मुख्यमंत्री श्री नितीश कुमार को पत्र लिखकर मांग की तख्त श्री हरमंदिर साहिब पटना साहिब के प्रबंधक कमेटी में झारखंड के सिखों के मताधिकार की स्थिति पूर्व की तरह ही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि सिखों के तख्त श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की जन्मभूमि पटना साहिब के की प्रबंधक कमेटी में झारखंड के सिखों के मताधिकार की स्थिति पूर्व की भांति रखी जाए। उन्होंने पटना साहिब में सिखों के जनसांख्यिकीक प्रतिनिधित्व में प्रस्तावित परिवर्तनों पर अपनी चिन्ताओं को व्यक्त किया। सेठी ने बताया कि झारखंड राज्य के कुछ नेताओं और सिख संगत ने प्रतिनिधित्व को दक्षिण बिहार निर्वाचन क्षेत्र की वोटिंग प्रक्रिया बाहर करने की कोशिश की है, इसकी वजह वो झारखंड का बिहार से अलग होना बताते हैं।

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